“गर्भ की प्रार्थना” मात्र एक पुस्तक नहीं, बल्कि मातृत्व की उस पवित्र यात्रा का आध्यात्मिक साथी है, जिसमें एक नन्हा जीवन आकार लेता है। भारतीय परंपरा में गर्भधारण को केवल शारीरिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि दिव्य संस्कार गर्भसंस्कार माना गया है। यह पुस्तक माँ, पिता और परिवार को सकारात्मक ऊर्जा, शांति और एकता प्रदान करती है। गर्भधारण की तैयारी से लेकर प्रसव तक इसका नियमित पाठ तनाव दूर कर मन को शांत करता है और शिशु तक श्रेष्ठ संस्कार पहुँचाता है। इससे माँ का आत्मविश्वास और धैर्य बढ़ता है, शिशु का मस्तिष्क व हृदय संतुलित बनता है और परिवार में प्रेम व सहयोग का वातावरण निर्मित होता है। सरल भाषा, वैज्ञानिक आधार और आध्यात्मिक गहराई से यह केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक व राष्ट्रीय उत्थान का माध्यम भी है। यह पुस्तक हर उस परिवार के लिए है जो चाहते हैं कि उनका शिशु केवल स्वस्थ ही नहीं, बल्कि संस्कारवान, करुणामय और चरित्रवान बने।"
डॉ. ऋचा शर्मा